अनुवाद- राजेश कुमार झा

पेड़ आपस में बाते करते हैं रात के अंधेरे में,
मछलियों के दो नाम होते हैं लपटू या झुनकी।
ज्यादा टीवी देखने से आंखें गिर जाती हैं बाहर।
लेकिन गिरने के पहले हो जाती हैं वे बेहद ढीली।
नाले के अंदर रहते हैं छोटे छोटे भालू।
अगर बिलकुल चुप हो जाओ तो सुन सकते हो,
आसमान से बादलों की रगड़।
सूरज और चांद में हुई थी लड़ाई बहुत पहले।
हर इंसान जानता है कम से कम एक गुप्त जुबान।
उड़ सकता हूं मैं अगर कोई देख न रहा हो मुझे।
हम सभी को बांध रखा है किसी अदृश्य धागे ने।
किताबें भी अकेले हो जाती हैं बोर।
उदासी खायी जा सकती है।
मैं हमेशा रहूंगा मौजूद।
Lies I’ve Told My 3 Year Old Recently by Raul Gutierrez (Mexico)-English Text
Leave a Reply